संदेश

दरियादिली

वो लिपटी थी गेरों कि भाहों से,  और हम विश्वास कियें बैठे थे।2॥ वो झूठ बोला करते थे अक्सर,  और हम दरियादिली लियें बैठें थे।।  वक्त गुजरता गया लोग पराये होते गये।2।। कुछ साथ रहे कुछ साथ छोड़ते गये।  हमारे पास थी दरियादिली,  हम दिल देते गये।  लोग दिल तोड़ते गये।  लोग दिल तोड़ते गये।।  To be continue.....

वो अनजान हैं

।। वो अनजान हैं ।।  वो इक मुस्कान हैं,        उसको देखते ही आ जाती मुझमें जैसे जान हैं,  पर जरा वो इस बात से अनजान हैं।        सोने की जैसे वो मेरी खान हैं,  बसती उसमें मेरी जान हैं,       मैं अधूरा वो मेरी पुरी पहचान हैं।। हाँ वो अनजान हैं। हाँ वो अनजान हैं।।         बताओ बताओ....? वो मेरी मुस्कान ☺ है, वो चंचल सी, मासूम सी        वो भोली सी, वो शैतान सी,   पर वसती उसमें मेरी जान सी,        इतनी सी तो उस से जान पहचान है,   हाँ वो अनजान हैं। हाँ वो अनजान हैं।।  औ शैतान देख लिया कर मुझे एक बार  तु ही तो मेरी जान हैं  तु ही तो मेरी जान हैं।।  हाँ वो अनजान हैं।। हाँ वो अनजान हैं।।  

तुम दुनिया बन गई थी

चित्र
तुम दुनिया बन गई थी मेरी,   पर क्या हुआ जो ना बन पाई मेरी,  मैं टुटा, बिखरा         और  आखिर में निखरा,       शायद ये तेरा ही खुमार था,  जो इक पल चढ़ता      और  अगले ही पल उतर जाता।  तुम दुनिया बन गई थी मेरी,  पर क्या हुआ जो ना बन पाई मेरी,   मैं सम्भला,समझा      और  फिर खुद को भुला,   एकाएक मेरी ज़िन्दगी बदल गई,  जब तुम दुर चली गई,  माना तेरे पैरो में जाति की बेड़ियां थी, पर लाचार नहीं थी,  मुझमें हिम्मत थी  पर  तेरी हिम्मत देखते ही वो हार गई।     हाँ तेरे पीछे हटने से हार हो गई मेरी।  तुम दुनिया बन गई थी मेरी  पर क्या हुआ जो ना बन पाई मेरी।।  वजुद

Rahe nahi sktha

*Aaj Koi shayari nahi* *Bas itna sun lo* *Mein tanha hoo* *Aur wajha Tum Ho,* *M Tumhre Bina Rah nahi sktaa*  *Bas* *Itna kehna Thaa Tum Se* *Pr Sunne ke liye Tum pass nhi ho* *Legta h Tum ab phale jesi Khash Nhi Ho*

खुद से शिकायत

मुझे लगा मेरा दर्द बेहिसाब है., पर यहाँ तो हर किसी का दर्द बेहिसाब है., कौन है खुशकिस्मत यहाँ? ये जरा असहज हैं... जिससे सुनो, वही गमो से सहज हैं.! ये तो फितरत है मासुम से लोगों कि.. अपनो से शिकायत... गैरौ से गिला हैं.! सुना हैं मैने जैसा किया उसे वैसा ही मिला हैं.. पर मैनें तो प्यार किया.., फिर मुझे क्यूँ प्यार नहीं मिला..?            !!..खुद से शिकायत.!!