खुद से शिकायत
मुझे लगा मेरा दर्द बेहिसाब है., पर यहाँ तो हर किसी का दर्द बेहिसाब है., कौन है खुशकिस्मत यहाँ? ये जरा असहज हैं... जिससे सुनो, वही गमो से सहज हैं.! ये तो फितरत है मासुम से लोगों कि.. अपनो से शिकायत... गैरौ से गिला हैं.! सुना हैं मैने जैसा किया उसे वैसा ही मिला हैं.. पर मैनें तो प्यार किया.., फिर मुझे क्यूँ प्यार नहीं मिला..? !!..खुद से शिकायत.!!