दरियादिली
वो लिपटी थी गेरों कि भाहों से,
और हम विश्वास कियें बैठे थे।2॥
वो झूठ बोला करते थे अक्सर,
और हम दरियादिली लियें बैठें थे।।
वक्त गुजरता गया लोग पराये होते गये।2।।
कुछ साथ रहे कुछ साथ छोड़ते गये।
हमारे पास थी दरियादिली,
हम दिल देते गये।
लोग दिल तोड़ते गये।
लोग दिल तोड़ते गये।।
To be continue.....
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